The City Mouse and Country Mouse Moral Story for Childrens in Hindi | शहरी चूहा और देहाती चूहे की कहानी

हेल्लो दोस्तों आज हम बच्चों के लिए एक बहुत ही अच्छी The City Mouse and Country Mouse Moral Story for Childrens in Hindi, शहरी चूहा और देहाती चूहे की कहानी लेकर आया हूँ जो बच्चो को जरुर पसंद आएगी तो आइये देर न करते हुए पढ़ते हैं City Mouse and Village Mouse Story in Hindi, Kids Story: शहरी चूहा और देहाती चूहे की कहानी, शहरी चूहा और गांव के चूहे की कहानी

The City Mouse and Country Mouse Moral Story for Childrens in Hindi

The City Mouse and Country Mouse Moral Story for Childrens in Hindi | शहरी चूहा और देहाती चूहे की कहानी

The City Mouse and Country Mouse Moral Story in Hindi: एक बार कि बात है एक शहर से एक छोटा सा चूहा रहता था। एक दिन, शहर का चूहा अपने देहात के से मिलने गया; 

दोनों चूहे बहुत ही अच्छे दोस्त थे और एक साथ होने से वे दोनों बहुत खुश थे

देहाती चूहा सरल और उदार स्वाभाव का था। उसने अपने दोस्त को कुछ खाने की पेशकश की: जिसमे ब्रेड, मक्खन, पनीर और बीन्स आदि थे।

जैसे ही शहर के चूहे ने उस खाने को खाना शुरू किया, उसे उसका स्वाद थोडा अजीब था इसलिए उसने खाना छोड़ दिया 

देशी चूहे से पूछा। दोस्त क्या तुम भूखे नहीं हो?’ 

शहर के चूहे ने कहा। भूखा तो बहुत हूँ। लेकिन यह खाना शहर के खाने जैसा नहीं है मुझे यह पसंद नहीं आ रहा है!’ 

दोनों चूहों ने एक साथ सारा दिन बिताया। उन्होंने गाँव के खूबसूरत इलाकों में घूमने का आनंद लिया। जब अंधेरा हो गया तो उन्होंने एक दुसरे को अलविदा कहा।

इससे पहले कि वह घर जाता, शहर के चूहे ने देहाती चूहे को शहर में अपने घर पर आने के लिए आमंत्रित किया, ताकि वो वहाँ के स्वादिष्ट भोजन का आनंद उठा सके।

अगले हफ्ते, देहाती चूहा तेजी से शहर की ओर बढ़ा। और अपने शहरी दोस्त के पास पहुंचा.

शहर के चूहे ने कहा। ‘यहाँ शहर में हम छह बजे तक खाना नहीं खाते,’इसलिए’शाम तक प्रतीक्षा करें और फिर हम यहाँ के स्वादिष्ट खाने का लुत्फ़ लेंगे’

कुछ इन्तजार के बाद शाम आ गई, और सूरज ढल गया। शहर के चूहे ने देहाती चूहे को एक बड़े इंसानी घर में अपनी छोटी सी मांद दिखाई।

इंसानों ने अपने खाने की मेज को कई तरह कि मिठाई, मांस और पनीर के साथ सेट किया था जिसकी कल्पना एक छोटा चूहा कर सकता है। उनके लिए यह स्वर्ग के समान था!

दोनों चूहे केक, मीट और अलग-अलग भोजन को चट करने लगे। देहाती चूहे को यह भोजन बहुत ही स्वादिष्ट लगा 

जैसे ही दोनों चूहों को पेट भरा लगने लगा, उन्होंने अचानक एक भौंकने की आवाज सुनी!

देसी चूहा घबराकर चिल्लाया।’वह क्या है?’ क्योंकि तेज आवाज से वह डर गया।

‘ओह तेरी! ये तो इनका पालतू कुत्ता है जल्दी भागो यहाँ से 

वे दोनों बहुत ही तेजी से  भागने लगे। देहाती चूहे ने शहर के चूहे का पीछा किया और दोनों मांद में वापस आ गया।

दोनों बहुत डरे हुए थे क्यूंकि कुत्ते ने उन्हें लगभग पकड़ लिया था।

देहाती चूहे ने कहा’सॉरी सिटी माउस लेकिन मैं अब अपने घर जा रहा हूं! फिर कभी बाद में मिलते हैं!’ देसी चूहे ने हांफते हुए कहा।

शहर के चूहे ने पूछा।’क्यों? क्या तुम और स्वादिष्ट खाना नहीं खाना चाहते?’ 

देहाती चूहे ने कहा कि’मैं अपनी जान खतरे में डालकर मिठाई और मांस खाने के बजाय शांति से अपना रोटी, पनीर और बीन्स खाऊंगा  ही खा लूँगा 

Conclusion

दोस्तों उम्मीद करते हैं कि आप सब को आज कि ये कहानी City Mouse and Village Mouse Story in Hindi, Kids Story: शहरी चूहा और देहाती चूहे की कहानी, शहरी चूहा और गांव के चूहे की कहानी जरुर अच्छी लगी होगी तो चलिए दोस्तों फिर मिलेंगे अगले पोस्ट में एक नयी कहानी के साथ तबतक के लिए जय हिन्द 

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